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जुलाई, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

🚩कांवड़ यात्रा का मेरा अनुभव – हरिद्वार से नीलकंठ तक पैदल

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🚩कांवड़ यात्रा का मेरा अनुभव – हरिद्वार से नीलकंठ तक पैदल     कांवड़ यात्रा 2025 तिथि **नमस्ते दोस्तों,**.   हरिद्वार से पैदल नीलकंठ  आज मैं आपसे अपनी ज़िंदगी की एक सबसे पावन और थकाऊ लेकिन दिल को छू लेने वाली यात्रा शेयर कर रहा हूँ — *कांवड़ यात्रा!* मैंने ये यात्रा हरिद्वार से शुरू की थी और नीलकंठ महादेव (ऋषिकेश) तक लगभग **35 किलोमीटर पैदल चलकर** पूरी की। श्रावण में कांवड़ कब शुरू होती है ---   🌊 क्यों की मैंने कांवड़ यात्रा? कई सालों से देखता था कि लोग "बोल बम" के नारों के साथ गंगाजल लेकर भगवान शिव के दर्शन को जाते हैं। कुछ तो नंगे पांव, कुछ दौड़ते हुए... लेकिन सबके चेहरे पर भक्ति और सुकून।  हर की पौड़ी से गंगाजल इस बार मैंने सोचा मैं भी कावड़ लेकर जाऊँगा  Rishikesh travelling. हर हर महादेव 🫀 📍 मेरी यात्रा का रूट * **शुरुआत:** हरिद्वार, हर की पौड़ी (गंगा से जल भरना) * **गंतव्य:** नीलकंठ महादेव मंदिर, ऋषिकेश * **दूरी:** करीब 35–40 किमी पैदल (2–3 दिन) * **रास्ता:** हरिद्वार → भूपतवाला → शिवपुरी → लक्ष्मण झूला → नीलकंठ --- 💰 बजट (L...

🌄 Mizoram Tourist Places – Complete Travel Guide in Hindi

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"मिज़ोरम: भारत का हरियाली से घिरा शांत पहाड़ी स्वर्ग"   Aizawl travel tips  मिज़ोरम भारत के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित एक सुंदर और शांत पहाड़ी राज्य है। मिज़ोरम हिल स्टेशन  यहां की वादियां, हरियाली, साफ हवा, और सरल जीवनशैली इसे बाकी राज्यों से अलग बनाते हैं। अगर आपको प्रकृति से प्यार है, तो मिज़ोरम आपके लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। हेलो दोस्तो तो हम मिजोरम के बारे में महत्वपूर्ण बात है 🗺️ 1. आइज़ोल (Aizawl) – राजधानी और सांस्कृतिक केंद्र  सोलोमन मंदिर (Solomon’s Temple): मिज़ोरम का सबसे बड़ा चर्च, शांति और सुंदरता का प्रतीक। मिज़ोरम स्टेट म्यूज़ियम: मिज़ो संस्कृति, हथकरघा और पारंपरिक वस्त्रों की जानकारी। दुर्तलांग हिल्स: ट्रेकिंग और सनराइज़ के लिए मशहूर। बड़ा बाजार: लोकल हैंडिक्राफ्ट, बांस से बनी वस्तुएं और मिज़ो कपड़े। कैसे पहुँचे: लेंगपुई एयरपोर्ट से 32 किमी, टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। 🏞️ 2. चंपाई (Champhai) – अंगूर की घाटी रिह दिल झील (Rih Dil): म्यांमार सीमा पर स्थित सुंदर झील, जिसे मिज़ो संस्कृति में पवित्र माना जाता...

ladakh travelling most beautiful palces

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 ladakh travelling most beautiful palces   "लद्दाख, जिसे अक्सर 'उँचे दर्रों की धरती' कहा जाता है, अपनी कठोर लेकिन अद्भुत सुंदरता, शांत प्राकृतिक नज़ारों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। लद्दाख में घूमने के लिए कई मनमोहक स्थान हैं, और हर एक की अपनी अलग खासियत है। यहाँ लद्दाख की कुछ सबसे खूबसूरत जगहों की सूची दी जा रही है:" Let's go to Ladakh 1. Pangong Lake पैंगोंग झील लद्दाख के लेह शहर से लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर, पूर्वी लद्दाख में स्थित है। यह झील भारत और चीन की सीमा के पास बसी हुई है, और इसका लगभग 60% हिस्सा चीन के अधिकार क्षेत्र में आता है, जबकि बाकी हिस्सा भारत में स्थित है। पैंगोंग झील समुद्र तल से करीब 4,350 मीटर (14,270 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊँचाई पर स्थित झीलों में से एक बनाती है। इस झील तक पहुँचने के लिए एक रोमांचक पहाड़ी यात्रा करनी होती है, जो लद्दाख की कठिन लेकिन खूबसूरत सड़कों से होकर गुजरती है। pangong lake 2.   Nubra Valley नुब्रा वैली एक ख़ूबसूरत और शांत घाटी है जो लद्दाख के लेह जिले में स्थित है, और यह भार...

उदयपुर का गौरवशाली इतिहास" / The glorious history of Udaipur

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 उदयपुर का गौरवशाली इतिहास" उदरीपुर का इतिहास उदयपुर, जिसे झीलों का शहर भी कहा जाता है, राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। इसकी स्थापना 1559 ई. में महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने की थी। यह मेवाड़ राज्य की राजधानी रहा है और राजपूत संस्कृति, वीरता और कला का प्रमुख केंद्र रहा है। चित्तौड़गढ़ पर मुगलों के बढ़ते खतरे के कारण महाराणा उदय सिंह ने उदयपुर को अपनी नई राजधानी बनाया। यह स्थान प्राकृतिक सुरक्षा, पहाड़ियों और जल स्रोतों से घिरा हुआ था, जो इसे एक सुरक्षित और उपयुक्त स्थान बनाते थे। उदयपुर के प्रमुख आकर्षणों में सिटी पैलेस सबसे प्रसिद्ध है, जो पिछोला झील के किनारे स्थित है। इस महल का निर्माण कई पीढ़ियों तक चलता रहा। इसके अलावा जगदीश मंदिर , सज्जनगढ़ किला , फतेह सागर झील और सहेलियों की बाड़ी भी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। ब्रिटिश काल में उदयपुर एक रियासत के रूप में स्वतंत्र रहा और आज यह अपने समृद्ध इतिहास, भव्य महलों, सुंदर झीलों और राजस्थानी संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बन चुका है।  So you have enquired about Udaipur, so ...

best time to visit Arunachal Pradesh

✨ अरुणाचल प्रदेश    Arunachal Pradesh Travellingmovement  🔰 राज्य परिचय: अरुणाचल प्रदेश, जिसे "सूर्योदय की भूमि" कहा जाता है, भारत के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित है। यहाँ की पहाड़ियाँ, मठ, झरने और जनजातीय संस्कृति इसे एक अनोखा पर्यटन स्थल बनाते हैं Travelling journey शुरू करने से पहले आप इस कहानी को जरूर समझें तब ही आप ट्रेवलिंग करेन 🌄 छोटी सी कहानी: "तवांग की शांति" कुछ साल पहले की बात है, मैं अरुणाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव, तवांग की यात्रा पर था। सुबह का समय था — सूरज धीरे-धीरे बर्फ से ढकी पहाड़ियों से झाँक रहा था। हवा में इतनी ठंडक थी कि साँस लेते ही मन शांत हो जाता। मै एक स्थानीय भिक्षु से मिला, जिनका नाम था लुंगपा । वे तवांग मठ में प्रार्थना कर रहे थे। उन्होंने मुस्कुराकर कहा, “यहाँ हर सुबह सूरज के साथ हमारी आत्मा भी जागती है। शांति बाहर नहीं, भीतर ढूंढ़ो।” उन्होंने मुझे चाय पर बुलाया — मक्खन वाली गर्म "बो टी"। साथ में उन्होंने एक छोटा सा माला दिया और कहा, "जब भी जीवन में शोर हो, इसे हाथ में लेकर पहाड़ों की शांति को याद करना।" आज भी जब ...

Rishikesh travelling

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  Rishikesh travelling ऋषिकेश  एक विशेष शहर है। यह अपनी  आध्यात्मिकता  और साहसिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। यहाँ आप  योग  और  ध्यान  का अभ्यास कर सकते हैं। गंगा नदी  में नौका विहार करना बहुत रोमांचक है। आप  रिवर राफ्टिंग  और  बंजी जंपिंग  जैसी गतिविधियों में भी भाग ले सकते हैं। ऋषिकेश यात्रा  आपको शांति और रोमांच दोनों का अनुभव कराएगी। यह आपको एक अद्वितीय यात्रा का मौका देता है। मुख्य बातें आध्यात्मिकता  और साहसिक गतिविधियों का अनुभव योग  और  ध्यान  का अभ्यास गंगा नदी  में नौका विहार रिवर राफ्टिंग  और  बंजी जंपिंग  जैसी साहसिक गतिविधियाँ शांति और रोमांच का संगम ऋषिकेश का परिचय ऋषिकेश ,  गंगा नदी  के किनारे बसा हुआ एक पवित्र शहर है। यह  हिमालय  की तलहटी में स्थित है। यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। ऋषिकेश की भौगोलिक स्थिति ऋषिकेश  उत्तराखंड राज्य में है। यह  हिमालय  की तलहटी में एक महत्वपूर्ण स्थान है।...